फर्जी आयुर्वेदिक आर के हेल्थ केयर के आड मे मेडिकल स्टोर संचालित
भारत रक्षक न्यूज
महराजगंज जनपद के घुुघली थाना क्षेत्र अंतर्गत रजवल चौराहा पर अबैध आयुर्वेदिक आर के हेल्थ केयर के आड मे राजेश मेडिकल स्टोर संचालित होता है।
चौक-चौराहे पर बड़े-बड़े बोर्ड लगा कर डॉक्टर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगने का प्रयास में लगे हैं। भोली-भाली जनता इनके झांसे में आकर आर्थिक दोहन के साथ-साथ शारीरिक नुकसान भी पहुंचा हैं। लोगों की माने तो क्षेत्रों में अप्रशिक्षित डाक्टरों झोला छाप द्वारा इलाज कराने की बात कौन कहे बड़े बड़े आपरेशन तक किये जा रहे हैं। साथ ही मोटी रकम लेकर नर्सिग होम संचालक इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें इस बात का डर नहीं होता कि मरीज मरेगा या उसे इंफेक्शन संक्रमण भी हो सकता है.। ऐसे नीम-हकीम के चक्कर में आये दिन कई लोगों की जान जा रही है। वहीं, झोलाछाप डॉक्टर अपनी-अपनी क्लिनिक के आगे बड़े-बड़े अक्षरों मे बीएएमएस की डिग्री लिखा बोर्ड लगाने में परहेज नहीं करते हैं।
सरकार का बेवस्था
सरकारी अस्पतालों में सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए निशुल्क दवाओं सहित कई जांचे भी निशुल्क में कराए जाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई है। बुद्धिजीवियों द्वारा समय-समय पर जिला प्रशासन से झोला छाप चिकित्सकों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की जाती रही है। जांच के नाम पर भी मरीजों से मोटी रकम ऐंठा जाता है झोलाछाप डॉक्टर पहले उल्टा सीधा इलाज करते हैं, इसके बाद जब स्थिति काबू से बाहर हो जाती है तो किसी बड़े डॉक्टर को दिखाने के नाम पर अपनी पीछा छुड़ा लेते हैं। हालांकि, तब तक स्थिति यह हो जाती है कि मरीज को बचाया जाना संभव ही नहीं रहता है। ये डॉक्टर बुखार की जांच के लिए कोई भी टेस्ट तक कराने की सलाह नहीं देते हैं। उल्टी, दस्त आदि सामान्य बीमारियों के अलावा मियादी बुखार, डेंगू, मलेरिया, हैजा, पीलिया, मस्तिष्क ज्वर, चिकन पॉक्स व एलर्जी तक का इलाज करने से नहीं चूकते। बिना प्रशिक्षण के लोगों को इंजेक्शन लगाने के साथ ग्लूकोज व अन्य दवाओं को चढ़ा देते हैं। दवा की डोज की सही जानकारी न होने के बावजूद सामान्य बीमारी में लोगों को दवा की ओभर डोज दे देते हैं। इसके चलते कई बार लोगों को एलर्जी व शारीरिक अपंगता तक हो जाती हैं। यहां है झोलाछाप चिकित्सकों की माने तो झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। ऐसे डॉक्टरों के पास किसी भी प्रकार की जांच की कोई सुविधा नहीं होती है।