
भारत रक्षक न्यूज
श्रीकृष्ण की बाल लीला बाल सखाओं संग गोपियों के घर माखन चोरी करते भगवान श्रीकृष्ण
भारत रक्षक न्यूज संवाददाता शिकारपुर/ सदर विकास खंड के भिसवा स्थित श्रीराम,जानकी,हनुमान एवं शिवमंदिर के संयुक्त प्रांगण में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के छठवें दिन ब्रजधाम के वृंदावन से पधारी लीलामण्डल द्वारा लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण की स्वर्णिम बाल लीलाओं में सर्वश्रेष्ठ “माखन चोरी ”की लीला का सजीव मंचन किया गया । बाल सखाओं संग कान्हा की इस लीला ने उपस्थित श्रद्धालु दर्शकों के मन को मोह लिया और वे मंत्रमुग्ध हो उठे।लीला में दिखाया गया कि नन्हें नटखट कन्हैया अपने घर में ही माखन चुरा कर खा रहे थे जिसे यशोदा मैया ने देख लिया और पूछ पड़ी की ये क्या कर रहे हो।इस पर कन्हैया ने कहा कि मैया तूने मेरे हाथ में जो कंगन पहना रखा है,उससे आग निकल रहे थे जो मेरे हाथों को जला रहे थे।इसी कारण मैंने अपने हाथ को माखन से भरी मटकी में डाल दिया।यशोदा ने कहा अच्छा ये तो ठीक है परंतु तुम्हारे मुख पर माखन क्यों लगा है। कान्हा ने चतुराई से कहा कि जब मैं मटकी में हाथ डाला था उसी समय मेरे मुख पर एक चींटी आ गई जिसे हटाते समय मुख पर माखन लग गया। कान्हा की ऐसी मनमोहिनी बातें सुन यशोदा हँस पड़ी और उन्हें सीने से लगा लिया। दूसरी लीला में दिखाया गया कि श्रीकृष्ण अपने बाल सखाओं संग चुपके से ब्रज की गोपियों के घर पहुंचते हैं और छींक अर्थात सिकहर पर रखे माखन को सुदामा,सुबल,मंगल,श्रीदामा, सुमंगल ,तोसन आदि गोविंदाओं की टोली से बनी सीढ़ी के द्वारा माखन को उतारकर खाते खिलाते हैं और मटकियों को फोड़ डालते हैं।इस दृश्य को गोपियाँ देखती हैं और इसकी उलाहना मां यशोदा को देती हैं। यशोदा नाराज हो कान उमेठ कर पूछती हैं कि ऐसा क्यों किए। इस पर अपनी सफाई में कान्हा चतुराई से इस गीत के माध्यम से अपनी सारी बातें कहते हैं कि – मैया मैं नहीं माखन खायो। भोर भयो गइयन के पीछे मधुबन मोहि पठायो…….।इस लीला दृश्य मंचन को देखकर ग्राम प्रधान जयगोविंद गुप्ता व महंत रामकेवल दास जी महराज सहित शेषनाथ मोदनवाल,डॉ0 कपूर चन्द चौरसिया, रामनेवारे गुप्ता, मनोज मोदनवाल, महेंद्र मद्धेशिया, मुन्ना भाष्कर, विनोद प्रजापति आदि समेत उपस्थित सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठे।