दीपदान कर श्रद्धालुओं ने की लक्ष्मी नारायण की पूजा,चहुंओर फैला उजाला
ब्यूरो प्रभारी

भारत रक्षक न्यूज
*अकाल मृत्यु से बचने हेतु श्रद्धालुओं ने जलाए घी के दिये,रौशन हुई जहां*
शिकारपुर: सदर विकास खंड के भिसवा स्थित श्रीराम, जानकी,हनुमान एवं शिवमन्दिर के संयुक्त प्रांगण में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के आठवें दिन शाम को दीपदान कर श्री लक्ष्मी नारायण की पूजा अर्चना की गई। स्कन्दपुराण व विष्णु पुराण में वर्णित तथ्यों के अनुसार मान्यता
है कि सुख,समृद्धि,शांति,आत्मशुद्धि आरोग्यता,धन ज्ञान, यश,पुण्य,मोक्ष, सौभाग्य आदि की पूर्ति तथा पितरों की सद्गति व तृप्ति हेतु और यम ,राहु ,केतु और शनि से होने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए दीपदान जरूरी है। ऐसा करने से भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन धन्य हो जाता है तथा अकाल मृत्यु का भय दूर हो जाता है ।इस दीपदान हेतु मिट्टी, तांबा, चांदी,पीतल या सोने के दीपक के प्रयोग किए जा सकते हैं।इस अवसर पर वृंदावन धाम से पधारे आचार्य प्रेमभूषण जी महराज की टोली ने सस्वर वैदिक मंत्रों का मंगलाचरण किया।महायज्ञ में पधारी लीलामण्डल द्वारा धर्म की स्थापना हेतु आसुरी शक्तियों के नाश की मार्मिक लीला का वर्णन किया गया ।