झाड़ फुक के आड मे जी रहा अपराधि 13 साल बाद कानून के शिकंजे में आया
भारत रक्षक न्यूज
महराजगंज ( भारत रक्षक न्यूज ) किसी ने सच ही कहा था कि वकालत के हाथ बहुत लंबे समय से चल रहे हैं। एक बार फिर से एक कहावत गुड़िया जैसी नजर आ रही है। बांदा जिले के थाना इथियाथोक अंतर्गत ग्राम भवनियापुर के निवासी मोहम्मद फारुख नैत्तिर ने अपनी बहू को पहले जहर दिया गो छुपन के लिए फिर से अपनी मिट्टी का तेल छिड़क कर जला दिया। विद्या के चमत्कार के बाद काफी प्रयास के बाद थाना इथियाथोक में फारूक और उनकी पत्नी बेटे सद्दाम के खिलाफ मुकदमा संख्या 175/2011 धारा 304 बी के तहत कहा गया कि फारूक जो फारूक का भी काम करता था। मुकदमा होने के बाद पत्नी और बेटे की संपत्ति स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज की गई। और उनकी याचिका जिला न्यायालय द्वारा भी भुगतान किया गया है। लेकिन फारूक नी तित्तिर मुस्लिम में (हजामत) जाति का अपना वकील बदल कर महाराजगंज जिले में ग्राम जगदौर दलित शिकारगढ़ में अपना नाम और जाति रहस्य निवास स्थान है। यहां उन्होंने अपना नाम फारुख खान बाबा के नाम से झाड़फूंक तंत्र मंत्र करना लगा। यूपी कोर्ट ने अपने ऊपर 82,83 की कार्रवाई की भी बात कही है जिसमें पुलिस ने भगोड़े दोषियों को दोषी ठहराते हुए कहा है कि फारुख नीतिर के खिलाफ आरोप पत्र में कोर्ट में आरोप लगाए गए हैं। यहां उसने महाराजगंज में अकुट प्रॉपर्टी कॉम्प्लेक्स बनाकर कई तरह के अवैध काम किए हैं। ये अफ़ाने पैसे के बल पर स्थानीय पुलिस को अपनी झाँसे में लेकर अपने अवैध काम को अंजाम देने वाली जगह पर रहता है। जब इसके बारे में वेद (बहूं) घर वालों को इसके बारे में पता चल गया। तो वादे के घर वालों के स्थानीय न्यायालय (गोंडा) में एक आरोप लगाया गया कि फारुख नाइक तित्तिर वर्तमान में महाराजगंज जिले के सिन्दुरिया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जगदौर के आश्रम न्यायालय में अपने लाखों की लागत से दो मकान मालिक रह रहे हैं। फारूक नी तितिर के खिलाफ NBW V82 IPC जारी करते हुए सिंदुरिया पुलिस को बुलाया गया। उन्होंने स्थानीय पुलिस को भी चकमा दिया। लेकिन लगातार घर पर स्थानीय पुलिस की तल्ख टिप्पणी फारुख नाइके ने गुंडा-अपने वकील के पास अपने दावे की स्थिति का पता लगाने के लिए कहा कि जिला गोंडा की पुलिस ने उनके नेटवर्क पर कब्जा कर लिया है और गोंडा तक पहुंच गई है और उसे पकड़ लिया है गिरफ़्तार कर लिया गया है। कोर्ट के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे संवैधानिक अभिरक्षा जेल में भेजा गया। जहां प्रथम मैजिस्ट्रेट ने अपनी वैधानिक अस्वीकृति की सजा का उल्लेख किया है, वह कथन फारुख नैइतिर के काले कारनामे की एक लंबी फेहरिस्ट है। अपने पुराने गांव से ही वह झाड़-फूंक करने आई एक महिला उसे बच्चा नहीं हो रहे थे झाड़-झंखाड़ तंत्र मंत्र से अपने झासे में लेकर गोंडा से महरजगंज आई एक हिंदू है जो ब्राह्मण परिवार से बिलॉन्ग करती है। उन्होंने भी शादी कर ली। उनकी पहली पत्नी और बच्चों को वर्तमान में डर-डर भटकने के लिए छोड़ दिया गया है।