लोहरौली व पिपराकाजी के ग्राम प्रधान का निर्वाचन निरस्त
कोर्ट में दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद एसडीएम ने दिया आदेश,अब दोबारा होगा चुनाव
भारत रक्षक न्यूज
राजेश गौतम
महराजगंज निचलौल ब्लाक के दो ग्राम प्रधानो का निर्वाचन रद्द लोहरौली और पिपराकाजी के दो लोगों ने ग्राम प्रधान बनने के लिए अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र पर निर्वाचित हुए थे जिसका शिकायत दर्ज होने के बाद जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया था जो आज दिनांक 02/11/2023 को
उपजिलाधिकारी मजिस्ट्रेट के कोर्ट में दोनों पक्षों की सुनवाई हुआ जिसमे प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर उपजिलाधिकारी मजिस्ट्रेट ने सुनवाई के बाद दोनों ग्राम प्रधानों का निर्वाचन निरस्त कर दिया है। यह कार्रवाई प्रधान द्वारा फर्जी
जाति प्रमाण पत्र से चुनाव लड़ने के मामले में की गई है।एक बार
फिर इन दोनों ग्राम पंचायतों में प्रधान पद के लिए चुनाव कराया जाएगा। आगे की कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेट ने आदेश की कापी जिला पंचायत राज अधिकारी महराजगंज को भेजा गया
बीते वर्ष संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत लोहरौली से कमलेश कुमार तथा पिपराकाजी से नरेंद्र देव अनसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट पर ग्राम प्रधान पद के लिए निर्वाचित हुए थे। बाद में उनका जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत की गई
उपजिलाधिकारी मजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई चल चल रही थी। उपजिलाधिकारी मजिस्ट्रेट सत्यप्रकाश मिश्रा ने जारी आदेश में बताया है कि ग्राम लोहरौली में भूनेश्वर यादव और पिपराकाजी में मनोज ने न्यायालय में दायर याचिका मे बताया था कि ग्राम सभा को विधि विरुद्ध तरीके से नियमों का उल्लंघन करते हुए अनुसूचित जनजाति (गोंड) के प्रमाण-पत्र
जनजाति के लिए ग्राम प्रधान पद आरक्षित था जबकि ग्राम पंचायत में अनुसूचित जनजाति के लोग निवास नहीं करते है। जिसकी आपत्ति विभिन्न अधिकारियों से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। निर्वाचित ग्राम प्रधान अनुसूचित जनजाति के अन्तर्गत नहीं आते हैं। निर्वाचित ग्राम प्रधान ने कूटरचित तथा तथ्य छुपाकर अनसूचित जनजातीय के
आधार पर नामांकन दाखिल कर निर्वाचित घोषित हुआ जो विधि विरुद्ध तथा अवैध है। उक्त ग्राम प्रधान जाति के (कहार) हैं, जो पिछड़ी जाति के अन्तर्गत आते है। ऐसे में दोनों गांवों के दोनों पक्षों की सुनवाई और साक्ष्यों का अवलोकन करते हुए ग्राम पंचायत पिपराकाजी तथा लोहरौली के ग्राम प्रधान पद के निर्वाचन को निरस्त कर दिया